Posts

Showing posts with the label महावीर जयन्ति

भगवान महावीर - जैन दर्शन

अनेकांत के दृष्टा श्री भगवान महावीर ने द्रव्य के निरंतर बदलते असंख्य पर्याय दिखाये| मार्ग तो दिखाया पर मंजिल पाने के बाद किसी से नहीं मिले| अपनी मंजिल तक खुद ही चलना यही भगवान महावीर की शिक्षा थी| न सहारा, न साथी, न सुविधा, न संरक्षण न बचाव| अपनी नौका खुद चलाना होगा| कितनी भी भीड़ हो साधना अकेले ही होगी| यश के पीछे मत दौड़ना भटक जाओगे| ज्ञान भी खुद ही पाना होगा| दृष्टि भी खुद की ही होगी| आचरण भी अकेले का| वे एकांत पथिक थे| भटकाव मिटाया था उन्होंने| न किसी ईश्वर ने दुनिया बनाई, न वह अवतार लेगा, न पापों की क्षमा होगी, न कोई तुम्हें तारेगा| स्वयं पर विश्वास रखो| स्वयं ही प्रयत्न करो| स्वयं ही जानो| धर्म मार्ग है, मुक्ति मंजिल है| यात्री वही जो चलने का साहस जुटा सके| बाहरी यात्रा में अनुयायी हो , अंतर यात्रा में स्वयं का नेतृत्व स्वयं करो| पीछे कोई नहीं दिखेगा, आगे भी सिर्फ आपका अपना ज्ञान होगा जो पथ प्रदर्शन करेगा| (अन्य धार्मिक स्तोत्र से साभार प्राप्त)

Lord Mahaveer ~ तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी

#जैन धर्म #Jainism is a science to find the God within the own soul "आत्मा से परमात्मा बनने का मार्ग" Lord Mahavir श्री भगवान् #महावीर (#जैन धर्म के चौबीसवें #तीर्थंकर #भगवान) #आदिनाथ भगवान(प्रथम तीर्थंकर भगवान) से महावीर भगवान तक कई कई युग,काल बीते पर उनके बताए मार्ग पर चलने से ही किसी भी जीव आत्मा को #मोक्ष फल की प्राप्ति हो सकती है।आज के युग मे तीर्थंकर भगवान के अहिंसा के सिद्धान्त के पालन से ही सम्पूर्ण विश्व मे शांति हो सकती है। "There is no separate existence of God. Everybody can attain God-hood by making supreme efforts in the right direction." "भगवान् का अलग से कोई अस्तित्व नहीं है . हर कोई सही दिशा में सर्वोच्च प्रयास कर के देवत्त्व प्राप्त कर सकता है ."