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Showing posts from June, 2019

जिंदगी अज्ञात से ज्ञात और ज्ञात से अज्ञात के बीच एक अनोखी और अद्भुत यात्रा है।

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जिंदगी !!! जिंदगी क्या है??? यह जन्म से मृत्यु के बीच एक शानदार यात्रा है। जब हम इस दुनिया में जन्म लेकर पहुँचे, तो हम अपने जीवन, परिवार, कैरियर, दोस्तों, दुश्मनों, अच्छे, बुरे आदि के बारे में पूरी तरह अज्ञात होते हैं, परन्तु जब हम हमारे जीवन विकास के विभिन्न चरणों (बचपन, जवानी,बुढ़ापा) के दौरान पूरी तरह बड़े (परिपक्व) हो जाते हैं , तब तक हम जीवन के बारे में बहुत कुछ सीख चूके होते हैं।और यह सीख अधिकांशतः जीवन यापन से ही जुड़ी होती है। जीवन विकास यात्रा में हम अपनी आजीविका का साधन, जीवन साथी, नए दोस्त इत्यादि का चुनाव करते हैं।उसके पूर्व हम और हमारी आंतरिक और बाह्य विश्वास प्रणाली ने हमारे अनुभव, ज्ञान, विशेषज्ञता, कौशल आदि के आधार पर, जो हम आज कर रहे हैं, उसकी दिशा में काम करना शुरू कर दिया होता है। परन्तु जब हम बढ़ती उम्र और समय के साथ ,अपने भावी जीवन के भविष्य के क्षेत्रों की ओर बढ़ने लगते हैं ..... तब हम भविष्य में जीवन में होने वाले बहुत से पहलुओं, परिवर्तनों और सभी परिस्थितियों के बारे में कुछ नही जानते और उससे अज्ञात ही रहते हैं। तो हम संक्षेप में यह कह सकते हैं ,कि हम हमारे ज

जिंदगी अज्ञात से ज्ञात और ज्ञात से अज्ञात के बीच एक अनोखी और अद्भुत यात्रा है।

जिंदगी!!! जिंदगी क्या है??? यह जन्म से मृत्यु के बीच एक शानदार यात्रा है। जब हम इस दुनिया में जन्म लेकर पहुँचे, तो हम अपने जीवन, परिवार, कैरियर, दोस्तों, दुश्मनों, अच्छे, बुरे आदि के बारे में पूरी तरह अज्ञात होते हैं, परन्तु जब हम हमारे जीवन विकास के विभिन्न चरणों (बचपन, जवानी,बुढ़ापा) के दौरान पूरी तरह बड़े (परिपक्व) हो जाते हैं , तब तक हम जीवन के बारे में बहुत कुछ सीख चूके होते हैं।और यह सीख अधिकांशतः जीवन यापन से ही जुड़ी होती है। जीवन विकास यात्रा में हम अपनी आजीविका का साधन, जीवन साथी, नए दोस्त इत्यादि का चुनाव करते हैं।उसके पूर्व हम और हमारी आंतरिक और बाह्य विश्वास प्रणाली ने हमारे अनुभव, ज्ञान, विशेषज्ञता, कौशल आदि के आधार पर, जो हम आज कर रहे हैं, उसकी दिशा में काम करना शुरू कर दिया होता है। परन्तु जब हम बढ़ती उम्र और समय के साथ ,अपने भावी जीवन के भविष्य के क्षेत्रों की ओर बढ़ने लगते हैं ..... तब हम भविष्य में जीवन में होने वाले बहुत से पहलुओं, परिवर्तनों और सभी परिस्थितियों के बारे में कुछ नही जानते और उससे अज्ञात ही रहते हैं। तो हम संक्षेप में यह कह सकते हैं ,कि हम हमारे जीव

आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज - राष्ट्रचिन्तक

"आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज - राष्ट्रचिन्तक" ------------------------- मयूर पीछी और कमण्डल है , उपकरण जिनका... अम्बर ही तो है,  आवरण  उनका.. त्याग और तपस्या की , साक्षात प्रतिमूर्ति हैं जो... भगवान महावीर की परंपरा के,  परम अनुयायी हैं वो... जो हर पल यही है चाहते,  देश मे शांति और सम्रद्धि का वास हो... जिनकी भावना ऐसी , कि कोई चैतन्य आत्मा कभी न उदास हो... विश्व शांति का संदेश , जो हैं चारो ओर फैलाते... अपने कल्याणकारी प्रवचनों से,  जो आत्मचेतना को जगाते... गुरुवर की महान है महिमा , प्रत्येक जीव पर करुणा दर्शाते... जीयो और जीने दो की जैनत्व परंपरा को,  जीवंत जो करते... जो आत्म साधना में सदा लीन रहते हैं... तपस्या में तपकर जो खरा सोना बने हैं... राष्ट्रहित राष्ट्र चिंतन के लिए , गुरुदेव सदैव खड़े हैं... कई कई तपस्वी जिनकी दी दीक्षा से , वैराग्य के मार्ग पर आगे बढे हैं.. ऐसे हैं आचार्य श्री विद्यासागर, जिनके पवित्र पावन चरण भारत भूमि मे पड़े हैं... ग्रहस्थ हों या हों दीक्षार्थी,  गुरुदेव सबको सदमार्ग दिखलाते... जीवन को कैसे है जीना,  ये भी गुरुवर हमको बतलाते... देश क

भारत के लिए हरियाली और रास्ता - अनूठा प्रयास

https://m.facebook.com/groups/263856610722890?view=permalink&id=696869944088219 (साभार : फेसबुक लिंक ) 107 वर्ष की एक वृद्ध महिला जो चालीस वर्ष की उम्र में संतान न होने के कारण आत्म हत्या करने वाली थी परन्तु विचार त्याग कर जीवन जीने का एक लक्ष्य बनाया और कर्नाटक में चार किमी के एरिये में 385 बरगद के पेड़ लगाये और उसके अलावा भी अन्य 8000 पेड़ लगाए , उनको ही अपना बालक मानकर जीवन भर उन पेड़ो की सेवा कर उनको छाँव देने योग्य बनाया। अपने स्वर्गवासी पति के साथ जीवन भर उन पोधो को पेड़ बनने तक रोज पानी पिलाकर अपना सारा जीवन पर्यावरण के नाम कर दिया। क्या आपने इससे पहले आज तक किसी को नंगे पैर पदम् श्री अवार्ड लेते हुए देखा हे। वास्तव में ऐसे लोगो को अवार्ड मिलते हे तो मन को प्रसन्नता होती है। ********************************** *किया है 👆🏻मतदान।* *अब करेंगे 🌳वृक्षदान।* 🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱🌱 *एक एक 🌱पौधा सबको लगाना है,* *भारत को फिर से हरा🌳🌳🌳🌳 भरा बनाना है।* 🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳 स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमने, अब घटते जलस्तर से मुक्ति पाना है। 💧💦🌨🌈💦💧🌧🌨🌧 बेहतर करेंगे

मौसम की पहली बारिश - First Rains

पहली बारिश का कुछ इस तरह का है नजारा, कुदरत ने है इसे बड़ी खूबसूरती से सँवारा। नशा है कुछ इस तरह का इन बारिश की बूंदों में, के अगर छलक जाये आसमां से तो मौसम के पैमाने बदल जाएं। हम तो परेशान थे अब तक इस बेदर्द गर्मी से, पहली बारिश ने आज एक सच्चे हमदर्द का किरदार निभाया है। मदहोशी हो ही जाती है ऐसे बेहतरीन हमदर्द के मिलने से, और कोई भी नशा क्या इस गर्मी को मिटा पाया है। देखो पहली बारिश का ये कैसा सुरूर छाया है, कल तक था जो मौसम बेदर्द आज वो हमारा हमसाया है। बड़ा लाजमी है उनके होंठो पर पहली बारिश का जिक्र आ जाना, के एक अकेले हम ही इस बारिश के दीवाने तो नहीं हैं। बादलों की आड़ में वो जो आज छिप रहा, वो कल तक गर्मी से कैसे तीखे तेवर दिखा रहा था। पसीने से हो रहे थे हम तो लथपथ, और वो हमारी इस हालत पे मुँह चिड़ा रहा था। अब जाकर राहत मिली है दोस्तो इस बेदर्द गर्मी से, जिसके जुल्मो सितम की कहानी सारा जमाना सुना रहा था।