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गुरूवर जब भी मुस्कुराते हैं... मुरझाए चेहरे भी खिल जाते हैं

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गुरूवर जब भी मुस्कुराते हैं... मुरझाए चेहरे भी खिल जाते हैं

भक्ति में निर्मलता हो ऐसी

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"आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज – राष्ट्रचिन्तक” - Aacharya Shri V...

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जैन धर्म - जीवन जीने का एक वैज्ञानिक तरीका Jainism - a scientific way of living

Jainism - a scientific way of living Following basic principles of Jainism (which encourages purest life style) is the best cure to avoid any disease.. But, most of the population forgot to live that purest form of life style to keep them healthy and happy.. Now , whole world is discussing that life style and principles of Jainism. जैन धर्म - जीवन जीने का एक वैज्ञानिक तरीका जैन धर्म के मूल सिद्धांतों का पालन करना (जो कि शुद्ध जीवन शैली को प्रोत्साहित करता है) किसी भी बीमारी से बचने के लिए सबसे अच्छा इलाज है .. लेकिन, अधिकांश आबादी उन्हें स्वस्थ और खुश रखने के लिए जीवन शैली के उस शुद्ध रूप को जीना भूल गई। अब, पूरी दुनिया जैन धर्म की जीवन शैली और सिद्धांतों पर चर्चा कर रही है। * Jainism is not only a religion, but it's  a purest form of life style for all human beings.* *जैन धर्म केवल एक धर्म नहीं है, बल्कि यह सभी मनुष्यों के लिए जीवन शैली का सबसे शुद्ध रूप है।*

Muni Shri Praman Sagar Ji ~ Mangal Bhavna _मुनि श्री प्रमाण सागर जी - मंगल भावना

मंगल भावना मंगल-मंगल होय जगत् में, सब मंगलमय होय। इस धरती के हर प्राणी का, मन मंगलमय होय॥ कहीं क्लेश का लेश रहे ना, दुःख कहीं भी होय। मन में चिन्ता भय न सतावे, रोग-शोक नहीं होय॥ नहीं वैर अभिमान हो मन में, क्षोभ कभी नहीं होय। मैत्री प्रेम का भाव रहे नित, मन मंगलमय होय॥   मंगल-मंगल..... मन का सब सन्ताप मिटे अरु, अन्तर उज्वल होय। रागद्वेष औ मोह मिट जाये, आतम निर्मल होय॥ प्रभु का मंगलगान करे सब, पापों का क्षय होय। इस जग के हर प्राणी का हर दिन, मंगलमय होय॥ मंगल-मंगल.... गुरु हो मंगल, प्रभु हो मंगल, धर्म सुमंगल होय।  मात-पिता का जीवन मंगल, परिजन मंगल होय॥ जन का मंगल, गण का मंगल, मन का मंगल होय। राजा-प्रजा सभी का मंगल, धरा धर्ममय होय॥  मंगल-मंगल..... मंगलमय हो प्रात हमारा, रात सुमंगल होय। जीवन के हर पल हर क्षण की बात सुमंगल होय।  घर-घर में मंगल छा जावे, जन-जन मंगल होय।  इस धरती का कण-कण पावन औ मंगलमय होय॥   मंगल-मंगल.... दोहा:- सब जग में मंगल

भगवान महावीर - जैन दर्शन

अनेकांत के दृष्टा श्री भगवान महावीर ने द्रव्य के निरंतर बदलते असंख्य पर्याय दिखाये| मार्ग तो दिखाया पर मंजिल पाने के बाद किसी से नहीं मिले| अपनी मंजिल तक खुद ही चलना यही भगवान महावीर की शिक्षा थी| न सहारा, न साथी, न सुविधा, न संरक्षण न बचाव| अपनी नौका खुद चलाना होगा| कितनी भी भीड़ हो साधना अकेले ही होगी| यश के पीछे मत दौड़ना भटक जाओगे| ज्ञान भी खुद ही पाना होगा| दृष्टि भी खुद की ही होगी| आचरण भी अकेले का| वे एकांत पथिक थे| भटकाव मिटाया था उन्होंने| न किसी ईश्वर ने दुनिया बनाई, न वह अवतार लेगा, न पापों की क्षमा होगी, न कोई तुम्हें तारेगा| स्वयं पर विश्वास रखो| स्वयं ही प्रयत्न करो| स्वयं ही जानो| धर्म मार्ग है, मुक्ति मंजिल है| यात्री वही जो चलने का साहस जुटा सके| बाहरी यात्रा में अनुयायी हो , अंतर यात्रा में स्वयं का नेतृत्व स्वयं करो| पीछे कोई नहीं दिखेगा, आगे भी सिर्फ आपका अपना ज्ञान होगा जो पथ प्रदर्शन करेगा| (अन्य धार्मिक स्तोत्र से साभार प्राप्त)

गुरूवर जब भी मुस्कुराते हैं - मुरझाए चेहरे भी खिल जाते हैं।

Sunday, 19 August 2018 कविता शीर्षक ~ गुरूवर जब भी मुस्कुराते हैं - मुरझाए चेहरे भी खिल जाते हैं ~ _______________________ गुरुवर की अप्रतिम मुस्कान से, मुरझाए चेहरे भी खिल खिल जाते हैं। गुरुवर का रूप है बड़ा निराला, जिनके दर्शन मात्र से भव भव के पाप कट जाते हैं।। _________________________ मेरे गुरूवर जब भी मुस्कुराते हैं, मेरे खयालों में  साक्षात जिनेंद्र भगवान 🙏🏼 चले आते हैं। महसूस होने लगता है अद्भुत आत्म स्पंदन , रुक गया हो जैसे कर्मो का क्रंदन।। जब आँखें बन्द करता हूँ,  गुरूवर की मुस्कुराती तस्वीरें नजर आती हैं। ये आत्मा कर लेती है स्वतः कर्मो की निर्जरा , और पुण्य कमा ले जाती है।।  मिट जाए कर्मों का बंधन, और न रहे जन्म मरण का अंधियारा। ऐसा आशीर्वाद दे दो गुरूवर, के न लेना पड़े जन्म दुबारा।। गुरुवर की अप्रतिम मुस्कान से, मुरझाए चेहरे भी खिल खिल जाते हैं। गुरुवर का रूप है बड़ा निराला, जिनके दर्शन मात्र से भव भव के पाप कट जाते हैं।।    - स्वप्निल जैन

Jeeyo aur Jeeene Do ~ Lord Mahaveer

" Jeeyo aur Jeene Do " - means "Live & Let Live". We are in the year 2018 & we as a human beings travelled a long long journey since the beginning of life. Today when whole world is feeling highly insecure in front of Nuclear Weapons & Destructive Forces of world, principles of Jainism & Lord Mahaveer can be very useful to live in peace.     According to Jainism your life & death is a part of your karma & when you win your life over your karma,you can also become god by following some principles.Meanwhile , in the unlimited journey of life & death; birth & rebirth ,we lived unlimited numbers of lives.

Lord Mahaveer ~ तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी

#जैन धर्म #Jainism is a science to find the God within the own soul "आत्मा से परमात्मा बनने का मार्ग" Lord Mahavir श्री भगवान् #महावीर (#जैन धर्म के चौबीसवें #तीर्थंकर #भगवान) #आदिनाथ भगवान(प्रथम तीर्थंकर भगवान) से महावीर भगवान तक कई कई युग,काल बीते पर उनके बताए मार्ग पर चलने से ही किसी भी जीव आत्मा को #मोक्ष फल की प्राप्ति हो सकती है।आज के युग मे तीर्थंकर भगवान के अहिंसा के सिद्धान्त के पालन से ही सम्पूर्ण विश्व मे शांति हो सकती है। "There is no separate existence of God. Everybody can attain God-hood by making supreme efforts in the right direction." "भगवान् का अलग से कोई अस्तित्व नहीं है . हर कोई सही दिशा में सर्वोच्च प्रयास कर के देवत्त्व प्राप्त कर सकता है ."